नए साल 2025 में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मिसाल कायम करते हुए अपने 5 बिजली मीटर की सब्सिडी स्वेच्छा से त्याग दी। उन्होंने प्रदेश की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए आर्थिक सम्पन्न जनता से अपनी बिजली सब्सिडी सरेंडर करने की अपील की। साथ ही, क्लास-I और क्लास-II सरकारी कर्मचारियों व पेंशनभोगियों की सब्सिडी भी बंद कर दी गई। अगर आप भी प्रदेश की तरक्की में योगदान देना चाहते हैं, तो सोच रहे होंगे, “ऑनलाइन बिजली सब्सिडी सरेंडर कैसे करें?” इस लेख में हम आपको इस प्रक्रिया को सरल और आसान भाषा में समझाएंगे।

अगर आप साधन सम्पन्न है और अपनी बिजली की सब्सिडि सरेंडर करना चाहते हैं तो आप बड़ी आसानी से घर बेठे ऑनलाइन यह काम कर सकते हैं। इसके लिए आपको कहीं भी चक्कर काटने की जरूरत नहीं है। ऑनलाइन बिजली सब्सिडी सरेंडर करने की पूरी विधि बहुत ही आसान है ।

आप बड़ी आसानी से अपने मोबाइल या कम्प्युटर से ऑनलाइन ही अपने बिजली बिल की सब्सिडि सरेंडर कर सकते हैं। इसकी पूरी विधि की व्याख्या हम क्रमबद्ध तरीके से जानेगें:
(1) बिजली बिल की सब्सिडि ऑनलाइन सरेंडर करने के लिए आपको सबसे पहले एचपीएसईबीएल की आधिकारिक वैबसाइट (www.hpsebl.in) जाना होगा और जैसे नीचे दी गयी फोटो में दिखाया गया है HPSEBL की वैबसाइट के होम पेज़ पर आपको “HPSEBL Consumer Portal “ की ऑप्शन मिलेगी जिस पर आपको क्लिक करना है । :

जैसे ही आप “HPSEBL Consumer Portal “ पर क्लिक करेंगे आप के सामने consumer पोर्टल का मुख्य पेज खुल जाएगा जैसे नीचे दर्शाई गयी फोटो में दिखाया गया है । यहाँ से आप HPSEBL की सेवाएँ ऑनलाइन प्राप्त कर सकते हैं ।

यहाँ पर आपको “Login” पर क्लिक करना होगा । परंतु ध्यान रहे कि ” Consumer Portal” में लॉगिन करने के लिए आपका इसमें पंजीकरण (Registration) होना जरूरी है । अगर आप ने अभी तक रजिस्ट्रेशन नहीं किया है तो पहले रजिस्ट्रेशन कर लें जिसकी विधि को पहले ही हमने एक लेख में बड़ी आसानी से समझाया है जिसका लिंक नीचे दिया है पहले इस पर क्लिक कर के पूरी विधि जान लें ।
(2) अगर आपने पहले से HPSEBL कंजूमर पोर्टल में रजिस्ट्रेशन किया हुआ है तो आपके लॉगिन पर क्लिक करने के बाद एक लॉगिन विंडो खुलेगी जैसा नीचे दर्शाया गया है

यहाँ आप तीन तरह से लॉगिन कर सकते हैं परंतु सबसे आसान तरीका है अपने रिजिस्टर मोबाइल नंबर से लॉगिन करना ।
- सबसे पहले “Mobile” ऑप्शन पर क्लिक करें ।
- फिर अपना रिजिस्टर मोबाइल नंबर भर कर “Get OTP “ पर क्लिक करना होगा ।
- आपको आपके मोबाइल नंबर पर जो OTP आया है उसको भर कर आपकी स्क्रीन में जो “Captcha ” कोड दिख रहा है उसको भर कर ” Sign In ” बटन पर क्लिक करना है ।
(3) अगर अपने सब कुछ सही से भरा है तो आप लॉगिन हो जाएंगे और जैसा नीचे फोटो में दर्शाया गया है आपको अपना डैश बोर्ड दिखेगा :

इस डैश बोर्ड में आपको अपने सारे पहले से बिजली के लिंक हुए मीटर की उपभोक्ता संख्या (Consumer ID) दिख जाएंगी । तो जिस भी बिजली के मीटर की आपने बिजली सब्सिडी सरेंडर करनी है तो उस पर क्लिक कर दीजिये ।
अगर आपके डैश बोर्ड में अगर आपके बिजली के मीटर की उपभोक्ता संख्या (Consumer ID) नहीं दिख रही है तो इसका मतलब यह है कि वह उपभोक्ता संख्या (Consumer ID) आपके मोबाइल नंबर से लिंक नहीं है ।
अगर आप नहीं जानते कि कैसे ऑनलाइन Consumer ID को अपने मोबाइल से लिंक किया जाता है तो पहले नीचे दी पोस्ट पर क्लिक कर के पूरा लेख पढ़ कर अपनी Consumer ID को अपने मोबाइल नंबर से साथ लिंक कर ले या फिर अपने विद्युत उपमंडल में जा कर अपना मोबाइल नंबर अपने बिजली के मीटर से जुड़वा लें ।
(4) जैसे ही आप उस बिजली के मीटर की Consumer ID पर क्लिक करेंगे जिसकी सब्सिडी आप सरेंडर करना चाहते हैं तो आपको नीचे दी गयी फोटो की तरह एक स्क्रीन दिखेगी :

जैसे ऊपर फोटो में दर्शाया गया है आपको ” Other Services ” पर क्लिक कर के “Subsidy Opt Out Scheme ” वाली ऑप्शन पर क्लिक करना है ।
(5) “Subsidy Opt Out Scheme “ पर क्लिक करते ही आपके सामने बिजली सब्सिडी सरेंडर करने की स्क्रीन खुलेगी जैसा नीचे दिखाया गया है

यहाँ आपको “ Employee Class “ , “Employee Type ” और “Department” तीन ऑप्शन मिलेगी अगर आप क्लास-1 या क्लास-II सरकारी कर्मचारी या पेंशन भोगी हैं तो उसके अनुसार ऑप्शन चुन सकते हैं, अन्यथा तीनों में “Other” ऑप्शन चुन कर आपको चैक बॉक्स में टिक करके आपको अपनी कनसेंट देनी होगी।
उसके बाद आपको “Submit” बटन पर क्लिक करना होगा । अगर आपने सब कुछ सही भरा है तो आपको मैसेज दिखेगा की जिसमे आपकी रिक्वेस्ट सफलता से सबमिट होने की । अगर आप एक से ज्यादा बिजली के मीटर की सब्सिडी सरेंडर करना चाहते हैं तो एक एक कर के पूरी प्रक्रिया फिर से दोहराएँ ।
ऑफलाइन बिजली सब्सिडी सरेंडर कैसे करें ?
अगर आप ऑनलाइन बिजली की सब्सिडी सरेंडर करने में असहज महसूस करते हैं तो आप नीचे दिया गया आवेदन पत्र भर कर अपने विद्युत उपमंडल के कार्यालय में जमा करवा दें या टोल फ्री नंबर 1100/1912 में कॉल कर के भी अपनी बिजली की सब्सिडी छोड़ सकते हैं ।

अन्त में :
तो अगर आप साधन संपन्न हैं और मुख्यमंत्री की अपील के अनुसार प्रदेश की तरक्की में योगदान करने के लिए बड़ी आसानी से अपनी बिजली की सब्सिडी ऑनलाइन सरेंडर कर सकते हैं जिसका पूरा तरीका हमने आसान भाषा में समझाने की कोशिश की है अगर फिर भी आपको कोई दिक्कत आती है या कोई सवाल है तो आप कमेंट बॉक्स में कमेंट कर के पूछ सकते हो ।
आपको हमारा लेख कैसा लगा? लेख की शुरुआत में स्टार रेटिंग देकर या टिप्पणी करके हमें बताएं, ताकि हम लगातार सुधार कर सकें। हमारी पोस्ट को शेयर करना और विद्युत संबन्धित नियमित अपडेट सबसे पहले पाने के लिए “हिम विद्युत सारथी” को सब्सक्राइब करना न भूलें!
कुछ और भी रोचक पोस्ट 😀
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न ):
बिजली सब्सिडी सरेंडर करने का सबसे आसान तरीका क्या है?
बिजली सब्सिडी सरेंडर करने का सबसे आसान तरीका HPSEBL की आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन प्रक्रिया अपनाना है। आपको “HPSEBL Consumer Portal” पर लॉगिन करना होगा और “Subsidy Opt Out Scheme” विकल्प चुनकर सब्सिडी त्यागने की प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
क्या बिजली सब्सिडी सरेंडर करने के लिए कोई दस्तावेज़ चाहिए?
नहीं, ऑनलाइन प्रक्रिया के दौरान कोई दस्तावेज़ अपलोड करने की आवश्यकता नहीं है। आपको केवल अपने लॉगिन विवरण और मोबाइल नंबर का उपयोग करना होता है।
यदि मेरी Consumer ID मोबाइल नंबर से लिंक नहीं है, तो मैं सब्सिडी कैसे सरेंडर कर सकता हूँ?
यदि आपकी Consumer ID मोबाइल नंबर से लिंक नहीं है, तो पहले इसे अपने उपमंडल कार्यालय में जाकर लिंक करवाएँ या खुद ऑनलाइन लिंक करें । इसके बाद आप ऑनलाइन सब्सिडी सरेंडर प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
क्या मैं एक से अधिक बिजली मीटर की सब्सिडी सरेंडर कर सकता हूँ?
हाँ, आप एक-एक करके सभी बिजली मीटर की सब्सिडी सरेंडर कर सकते हैं। हर मीटर की Consumer ID के लिए प्रक्रिया अलग से दोहरानी होगी।
अगर मैंने गलती से सब्सिडी सरेंडर कर दी तो क्या इसे वापस लिया जा सकता है?
नहीं, एक बार सब्सिडी सरेंडर करने के बाद इसे वापस लेना संभव नहीं है। कृपया प्रक्रिया शुरू करने से पहले सुनिश्चित करें।
क्या यह प्रक्रिया सभी उपभोक्ताओं के लिए अनिवार्य है?
नहीं, यह प्रक्रिया पूरी तरह से स्वैच्छिक है। मुख्यमंत्री की अपील के अनुसार, साधन संपन्न उपभोक्ताओं को अपनी सब्सिडी त्यागने के लिए प्रेरित किया गया है।