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पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना | पाएं 300 यूनिट मुफ्त बिजली का शानदार मौका

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क्या आप भी अपने बढ़ते हुए बिजली के बिलों से परेशान हैं? सोचिए कैसा रहेगा अगर आपको हर महीने 300 यूनिट बिजली मुफ्त मिले । पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना से आप यह सपना सच कर सकते हैं । इस योजना को पीएम सोलर योजना के नाम से भी जाना जाता है जो देश के 1 करोड़ परिवारों को मुफ़्त सौर ऊर्जा प्रदान करने का लक्ष्य रखती है । यह सिर्फ सरकारी योजना नहीं है बल्कि आपके लिए यह ऊर्जा स्वतंत्रता और बड़ी बचत का सुनहरा मौका हो सकता है । इस लेख में, हम पीएम सूर्य घर योजना के बारे में हर महत्वपूर्ण जानकारी साझा करेंगे, आपको बताएंगे कि आप इससे कैसे लाभ उठा सकते हैं, और क्यों यह सौर ऊर्जा अपनाने का सही समय है।

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना

पीएम सूर्य घर योजना जिसका प्रचार प्रसार सरकार द्वारा मुफ़्त बिजली देने के रूप में किया गया है । क्या सच में इस योजना के तहत आप को मुफ़्त बिजली मिल सकती है ? आइये जानने की कोशिश करते हैं

विषय सूची

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का उदेश्य :

पीएम सोलर योजना या सूर्य घर योजना भारत सरकार की एक महत्वकांशी योजना है जिसका लक्ष्य भारत के 1 करोड़ आर्थिक रूप से कमजोर और मध्यमवर्गीय परिवारों को मुफ़्त सौर ऊर्जा प्रदान करना है ।पीएम सूर्य घर योजना के लिए केंद्र सरकार द्वारा ₹75,021 करोड़ के बजट का प्रावधान किया गया है । सरकार इस एक योजना के तहत एक से ज्यादा लक्ष्य साधना चाहती है :

  1. 300 यूनिट तक फ्री बिजली: इस योजना से सरकार लगभग 1 करोड़ निम्न और मध्यम आय वर्ग के परिवारों के बिजली के बिल को 300 यूनिट तक फ्री करना है । ताकि उन पर आर्थिक बोझ को कम किया जा सके ।
  2. आर्थिक आत्मनिर्भरता: पीएम सोलर योजना से न केवल ₹15,000 से ₹18,000 तक बिजली के बिलों में कमी आती है बल्कि बची हुई बिजली को विद्युत वितरण संस्थाओं को बेच कर आर्थिक लाभ भी कमाया जा सकता है जिस से आर्थिक आत्मनिर्भरता बढ़ती है ।
  3. नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता : इस योजना से सरकार अपनी नवीकरण ऊर्जा क्षमता को 2030 तक 500 गीगावाट (GW) तक बढ़ाने का लक्ष्य रखती है जिस से ऊर्जा के परंपरागत संसाधनों पर निर्भरता कम हो सके ।
  4. पर्यावरणीय स्थिरता : पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना न केवल घरों की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करती है बल्कि भारत के पर्यावरणीय लक्ष्यों को हासिल करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है । भारत सरकार का सन 2070 तक 720 मिलियन टन कार्बन डाइऑक्साइड के उत्सर्जन में कमी ला कर शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करना है ।

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के लिए पात्रता शर्तें :

पीएम सूर्य घर मुफ़्त बिजली योजना की पात्रता शर्तें निम्नलिखित हैं ।

  1. आवेदक भारत का नागरिक होना चाहिए ।
  2. आवेदक के पास छत वाला घर होना चाहिए जो सौर पैनल लगाने के लिए उपयुक्त हो ।
  3. आवेदक के नाम पर बिजली का कनैक्शन होना चाहिए ।
  4. आवेदक ने किसी तरह की कोई और सोलर के लिए सब्सिडी नहीं ली हो ।
  5. आवेदक के नाम पर कोई चालू बैंक अकाउंट होना चाहिए ।

अगर आप ऊपर दी गयी शर्तें पूरी करते हैं तो पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के आवेदन के लिए पत्र हैं ।

PM Surya Ghar yojna

कितने किलोवाट के सोलर पैनल लगाने से बिजली का बिल शून्य हो जाएगा ?

अगर आप अपना बिजली का बिल शून्य करना चाहते हैं तो पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत सोलर पैनल लगा कर ऐसा किया जा सकता है परंतु इस विषय में आपको कुछ जरूरी बातों का ख्याल रखना जरूरी है । पहले आप यह ज्ञात कर लें कि आपके घर की मासिक बिजली की खपत कितने यूनिट है क्योंकि अगर आपके घर की मासिक खपत ज्यादा है और आप कम किलोवाट का सोलर पैनल लगा लेते हैं तो उसका अधिक लाभ नहीं होने वाला है ।

हर सोलर पैनल की उसकी किलोवाट (KW) रेटिंग के आधार पर बिजली पैदा करने की क्षमता होती है इसलिए उसकी क्षमता और अपनी बिजली की मासिक खपत को ध्यान में रख कर ही निर्णय लिया जा सकता है कि कितने किलोवाट के सोलर पैनल की आपको आवश्यकता है ।

1 kW का सोलर पैनल कितने यूनिट बिजली बना सकता है ?

एक सोलर पैनल कितने यूनिट बिजली बना सकता है वो बहुत से कारकों पर निर्भर है जैसे की आपके घर की भोगोलिक स्थिति अथवा दिशा । यानि आपके क्षेत्र में पूरे दिन में कितनी देर के लिए धूप रहती है । और आपका क्षेत्र में साल भर कितना मौसम साफ रहता है ।

roof top

उदाहरण के लिए ऐसे क्षेत्र जहां बारिश ज्यादा होती है वहाँ 1 KW का सोलर पैनेल उस स्थान की तुलना में कम बिजली बनाएगा जहाँ बारिश कम होती है और अधिकतर मौसम साफ रहता है । सामान्यत: 1kW का सोलर पैनल 3 से 4 यूनिट दिन का बनाता है ।

इसलिए आपकी मासिक खपत के आधार पर आपको कितने किलोवाट के सोलर पैनल की जरूरत पड़ेगी इसका डाटा पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के आधिकारिक वैबसाइट के अनुसार निम्नलिखित है :

क्रमांकऔसत मासिक बिजली खपत (यूनिट्स)उपयुक्त रूफटॉप सोलर प्लांट
10-1501-2 किलोवाट
2150-3002-3 किलोवाट
3300 से अधिक3 किलोवाट से ज्यादा

सोलर प्लांट कितनी तरह के होते हैं ?

सोलर प्लांट या संयंत्र मूलत: तीन प्रकार के होते हैं जैसे कि ऑन ग्रिड सोलर , ऑफ ग्रिड सोलर और हाइब्रिड सोलर । आइये जल्दी से जान लेते हैं कि तीनों में अंतर क्या होता है :

1. ऑन ग्रिड सोलर प्लांट: ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम एक ऐसा सोलर सिस्टम है जो विद्युत वितरण संस्था की विद्युत आपूर्ति से जुड़ा होता है जिस से अतिरिक्त पैदा हुई बिजली को ग्रिड में भेजा जा सकता है और इस अतिरिक्त भेजी गयी ऊर्जा का भुगतान विद्युत वितरण संस्था (DISCOM) द्वारा संबन्धित उपभोक्ता को किया जाता है जिससे बिजली के बिल में कमी के साथ आर्थिक मदद भी मिलती है ।

परंतु यह किसी तरह का कोई बैकअप प्रदान नहीं करता । यानि अगर आपकी मुख्य विद्युत आपूर्ति बंद हो तो सोलर प्लांट भी बंद हो जाता है ताकि विद्युत लाइनों पर काम करने वालों को कोई खतरा न हो । पीएम सूर्य घर योजना के तहत सिर्फ इसी तरह के यानि ऑनग्रिड सोलर प्लांट लगाने पर ही सब्सिडि दी जाती है ।

on grid solar power

2. ऑफ ग्रिड सोलर प्लांट : इस तरह का प्लांट विद्युत ग्रिड से जुड़ा नहीं होता है बल्कि बैटरी से जुड़ा होता है जिसका उपयोग पावर बैकअप के लिए किया जाता । इस तरह का प्लांट वहाँ फायदेमंद होता है जहाँ आसपास विद्युत आपूर्ति न पहुँची हो जैसे दूरदराज़ के दुर्गम इलाकों के घर। इस तरह के सोलर प्लांट के लिए पीएम कुसुम योजना के तहत सब्सिडि का प्रावधान है ।

Off Grid solar

3. हाइब्रिड सोलर प्लांट : हाइब्रिड सोलर प्लांट में दोनों ऑन ग्रिड प्लांट और ऑफ ग्रिड प्लांट की विशेषताएँ होती है । एक हाइब्रिड सोलर प्लांट विद्युत ग्रिड से जुड़े होने के साथ-साथ बैटरी बैकअप सिस्टम के साथ भी जुड़ा होता है । मगर हाइब्रिड सोलर प्लांट पर सरकार द्वारा कितनी सब्सिडि दी जाती है इसके बारें में हमें पूरी तरह से ज्ञात नहीं है । अगर आप इस बारे में कुछ जानते हो तो जरूर कमेंट कर के बताएं ।

Hybrid solar

सोलर संयंत्र लगाने की प्रति किलोवाट लागत कितनी होती है ?

सोलर प्लांट लगाने की लागत बहुत से कारणो पर निर्भर करती है फिर भी औसतन प्रति किलोवाट सोलर प्लांट लगाने की लागत निम्नलिखित है :

  1. 1 kW के सोलर प्लांट लगाने की लागत तकरीबन ₹72,000 तक आती है ।
  2. 2 kW के सोलर प्लांट लगाने की लागत लगभग ₹1,44,000 तक आती है ।
  3. 3 kW के सोलर प्लांट लगाने की लागत तकरीबन ₹2,16,000 तक आ सकती है ।

परंतु घबराने की जरूरत नहीं है सरकार द्वारा पीएम सूर्य घर योजना के तहत सोलर प्लांट लगाने के लिए भारी सब्सिडि दी जाती है जिससे सोलर प्लांट लगाने की लागत काफी कम हो जाती है । और जो आपकी जेभ से लागत लगी है वह भी धीरे धीरे वसूल हो जाती है ।

पीएम सूर्य घर योजना के तहत कितनी सबसिडी मिलती है ?

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत केंद्र सरकार द्वारा प्रति किलोवाट के हिसाब से सब्सिडि दी जाती है जो सीधे आपके बैंक खाते में ट्रान्सफर की जाती है जिसका विवरण नीचे दिया गया है :

क्रमांक सोलर प्लांट क्षमता कुल सब्सिडि राशि
11 kW से 2kW  ₹30,000 प्रति kW
22 kW से 3 kW  ₹18,000 प्रति kW
33 kW से अधिक ₹ 78,000 रुपये तक सीमित

बिना धन के भी सोलर प्लांट कैसे लगाया जा सकता है ?

जैसा की हमने पहले भी कहा था की पीएम सोलर योजना निम्न व मध्यम वर्गीय परिवारों को मुफ्त बिजली मुहैया करवाने के साथ -साथ आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने में सहायता करना है । फिर सवाल यह आता है की अगर किसी के पास सोलर प्लांट लगाने के लिए वर्तमान में धन की व्यवस्था नहीं है तो वह क्या करे ? क्योंकि पहले सोलर प्लांट लगाने वाले को उसकी सारी लागत का भुगतान करना पड़ता है सब्सिडि तो बाद में बैंक खाते में आती है ।

इस तरह की स्थिति के लिए पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत जरूरतमंदों के लिए ऋण की सूविधा के लिए भी प्रावधान किया गया है । लगभग सभी राष्ट्रीय बैंक सोलर प्लांट लगाने के लिए 10 लाख तक ऋण देते हैं जिसे पाँच वर्षों तक चुकाया जा सकता है ।

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का आवेदन कैसे करें और आवेदन के लिए कोन से दस्तावेज़ जरूरी है ।

हमें आशा है कि अभी तक आप पूरी तरह से पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के बारे में पूरी तरह से समझ गए होगें । अब जानते है कि अगर आप पीएम सूर्य घर योजना के लिए आवेदन करना चाहते हैं तो कैसे करें और आवेदन करने के लिए कोन से दस्तावेजों की जरूरत होगी। आइये एक -एक करके जानते हैं :

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज़ की सूची:

  1. पहचान पत्र ।
  2. निवास प्रमाण पत्र ।
  3. बिजली का बिल जो आपके नाम पर हो ।
  4. घर की छत के स्वामित्व का प्रमाण पत्र (फोटो) जिस पर सोलर पैनल स्थापित किए जाने हैं ।
  5. बैंक खाते का प्रमाण

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का आवेदन की विधि:

पीएम सूर्या घर मुफ़्त बिजली योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन सरकार की आधिकारिक वैबसाइट https://www.pmsuryaghar.gov.in/ के द्वारा किया जाता है जिसे संक्षेप में जानते हैं :

  1. ऊपर दी गयी अधिकारिक वैबसाइट पर जाएँ और “APPLY FOR ROOFTOP SOLAR” पर क्लिक करें
  2. अब सबसे पहले आपको पंजीकरण करना होगा इसके लिए ” Register here” के बटन पर क्लिक कर के निम्नलिखित विवरण सही से भरें :
  • अपना राज्य चुने
  • अपना जिला चुने
  • अपनी उपभोक्ता क्रमांक संख्या दर्ज़ करें
  • कैप्चा कोड भरने के बाद “NEXT” बटन पर क्लिक करें
  • अपना मोबाइल नंबर और ईमेल भरने के बाद रजिस्टर करें

पंजीकरण प्रक्रिया पूरी होने के बाद “LOGIN “ पर क्लिक कर अपना मोबाइल नंबर डाले और कैप्चा कोड भरने के बाद “NEXT ” बटन पर क्लिक करते ही आपके मोबाइल नंबर पर OTP आयेगा जिसको भर कर लॉगिन करें । लॉगिन करने के बाद पोर्टल पर दिये दिशानिर्देशों की पालना करते हुए सारा फॉर्म भर कर आवेदन करें ।

इस बात का ध्यान रहे की आपका बिजली के कनैक्शन का स्वीकृत विद्युत लोड आपके द्वारा आवेदन किए गए सोलर रूफ टॉप की क्षमता से कम नहीं होना चाहिए । वरना आपके आवेदन को संबन्धित विद्युत वितरण (DISCOM) द्वारा अस्वीकृत किया जा सकता है । उदाहरण के लिए अगर आप 3kWp का सोलर प्लांट के लिए आवेदन कर रहे हैं तो आपके बिजली के कनैक्शन का स्वीकृत लोड 3kW या उस से अधिक होना चाहिए

एक बार आवेदन हो जाने के बाद विद्युत वितरण डिस्कोम द्वारा आपके आवेदन की समीक्षा की जाती है और टेक्निकल फिजिबिलिटी होने के बाद आपको अपप्रूवल मिल जाती है और आगे का प्रोसैस शुरू हो जाता है । अतिरिक्त जानकारी और आपकी सूविधा के लिए नीचे एक विडियो लगाई गयी है जिससे चरणबद्ध तरीके से पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के लिए कैसे आवेदन करें आप आसानी से सीख पाएंगे ।

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना से संबन्धित कुछ महत्वपूर्ण लिंक :

क्रमांक विवरण लिंक
1आधिकारिक वैबसाइट https://pmsuryaghar.gov.in/
2ऑनलाइन पंजीकरण https://www.pmsuryaghar.gov.in/consumerLogin
3सब्सिडी संरचनाhttps://pmsuryaghar.gov.in/pdf/CFA_structure20240307.pdf
4विक्रेताओं (Vendor) की सूचीhttps://www.pmsuryaghar.gov.in/state-wise-vendor
5फाइनेंसिंग ऑप्शन https://www.pmsuryaghar.gov.in/financialAssistanceReport
8पीएम सूर्य घर कैलकुलेटरhttps://www.pmsuryaghar.gov.in/rooftop_calculator
7शिकायत पंजीकरण https://pmsgg.in/
8टोल फ्री कॉल सेंटर नंबर 15555

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना की चुनौतियाँ/खामियाँ :

हालांकि प्रधान मंत्री सूर्य घर योजना को अच्छा खासा समर्थन मिला है फिर भी इस योजना में कुछ चुनौतियाँ आ रही है जिसको संबोधित करना जरूरी है :

  1. पावर बैकअप का न होना : अधिकतर लोग यह सोचते हैं कि सोलर पैनल लगाने से बिजली कट की समस्या से निदान मिल जाएगा परंतु यह सच नहीं है । पीएम सोलर योजना के तहत सिर्फ ऑनग्रिड सोलर पर ही सब्सिडि उपलब्ध है । इन तरह के सोलर प्लांट से बिजली कट की समस्या से छुटकारा नहीं मिलता क्योंकि यह सीधे विद्युत ग्रिड से जुड़े होते हैं और ग्रिड की विद्युत आपूर्ति कटने से यह सोलर प्लांट भी बिजली बनाना बंद कर देते है । हाइब्रिड किस्म के सोलर प्लांट ग्रिड से जुड़े होने के साथ पावर बैकअप भी देते हैं पर इस तरह के सोलर प्लांट पर पीएम सूर्य योजना के तहत सब्सिडि नहीं मिलती ।
  2. ऋण की ब्याज दर अधिक होना: प्रधान मंत्री सूर्य घर योजना का लक्ष्य निम्न व मध्यम वर्गीय परिवारों को उनके बिजली के बिलों से निजात दिलवाना है परंतु अधिकतर इस तरह के परिवारों के आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होती और सब्सिडि मिलने के बाद भी सोलर पैनल लगाने की लागत आज भी ज्यादा है । ऊपर से इस योजना के तहत ऋण की ब्याज दरें भी सालाना 7% से 8 % हैं जो ग्रामीण क्षेत्र के निम्न आय वर्गीय परिवारों के लिए अधिक है ।
  3. सब्सिडि का भुगतान देरी से होना : पीएम सोलर योजना के तहत सोलर प्लांट लगाने के लिए पहले सारी पेमेंट वेंडर को करनी पड़ती है और सोलर प्लांट लग जाने के बाद ही जब डिस्कोम द्वारा ग्रिड से कनैक्ट करने के बाद ही सब्सिडि को संबन्धित व्यक्ति के खाते में डालने की प्रक्रिया आरंभ होती है । सोलर प्लांट लगाने से लेकर खाते में सब्सिडि आने तक अधिक समय लग जाता है इस बारे में सरकार को सोचना चाहिए ।

निष्कर्ष:

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना न केवल आर्थिक बोझ को कम करने का एक सशक्त माध्यम है, बल्कि यह ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। यह योजना हर उस परिवार के लिए एक सुनहरा अवसर है जो अपने बिजली के बिलों को नियंत्रित करना चाहता है और साथ ही पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान देना चाहता है। हालांकि, योजना में कुछ चुनौतियाँ और खामियाँ भी हैं, लेकिन सरकार द्वारा उठाए गए ये प्रयास निश्चित रूप से एक उज्जवल और हरित भविष्य की ओर ले जाते हैं। अगर आप भी अपने घर को ऊर्जा स्वतंत्र बनाना चाहते हैं, तो पीएम सूर्य घर योजना का लाभ उठाना न भूलें।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना क्या है?

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना एक सरकारी योजना है जो आर्थिक रूप से कमजोर और मध्यमवर्गीय परिवारों को मुफ्त सौर ऊर्जा प्रदान करने का लक्ष्य रखती है।

इस योजना के तहत कितनी बिजली मुफ्त मिल सकती है?

इस योजना के तहत, 300 यूनिट तक की बिजली मुफ्त मिल सकती है।

पीएम सूर्य घर योजना के लिए कौन पात्र है?

इस योजना के लिए पात्रता शर्तों में शामिल हैं: भारतीय नागरिक होना, छत वाला घर होना, बिजली का कनेक्शन होना, और किसी अन्य सोलर सब्सिडी का लाभ न लिया हो।

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के लिए आवेदन कैसे करें?

इस योजना के लिए आवेदन ऑनलाइन सरकारी वेबसाइट https://www.pmsuryaghar.gov.in/ पर किया जा सकता है। आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेजों की सूची और आवेदन प्रक्रिया लेख में दी गई है।

कितने किलोवाट का सोलर पैनल लगाना चाहिए?

आपकी मासिक बिजली खपत के आधार पर सोलर पैनल की क्षमता तय की जा सकती है। 1-2 किलोवाट का सोलर पैनल 150 यूनिट तक की खपत के लिए उपयुक्त हो सकता है।

सोलर प्लांट लगाने की लागत क्या होती है?

1 से 3 किलोवाट तक के सोलर प्लांट लगाने की लागत प्रति किलोवाट के हिसाब से लगभग ₹72,000 से ₹2,16,000 लेकर हो सकती है। सरकार द्वारा सब्सिडी के माध्यम से इस लागत को कम किया जा सकता है।

क्या सोलर प्लांट से बिजली कट की समस्या का समाधान हो सकता है?

पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत मिलने वाले ऑन-ग्रिड सोलर प्लांट्स में बिजली कट की समस्या का समाधान नहीं होता है। हाइब्रिड सोलर प्लांट्स इसके लिए उपयुक्त हैं, लेकिन इस योजना के तहत उन पर सब्सिडी नहीं मिलती।

क्या इस योजना के तहत ऋण उपलब्ध है?

हाँ, पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के तहत सोलर प्लांट लगाने के लिए ऋण सुविधा उपलब्ध है, जिसे पाँच वर्षों तक चुकाया जा सकता है।

सब्सिडी का भुगतान कब होता है?

सब्सिडी का भुगतान सोलर प्लांट के ग्रिड से जुड़ने के बाद संबन्धित व्यक्ति के बैंक खाते में किया जाता है। इसमें कुछ समय लग सकता है।

सोलर प्लांट्स के कितने प्रकार होते हैं?

तीन प्रकार के सोलर प्लांट्स होते हैं: ऑन-ग्रिड, ऑफ-ग्रिड, और हाइब्रिड। पीएम सूर्यघर योजना के तहत केवल ऑन-ग्रिड प्लांट्स पर सब्सिडी दी जाती है।

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