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HPSEBL के आईटी और इलेक्ट्रिकल इंजीनियर्स में तनाव: स्वतंत्र आईटी विंग की मांग

हाल ही में ग्रेजुएट जूनियर इंजीनियर्स एसोसिएशन के महासचिव ने एचपीएसईबीएल के अध्यक्ष श्री संजय गुप्ता (HAS) को एक पत्र लिख विद्युत बोर्ड में लंबे समय से लंबित एक स्वतंत्र आईटी विंग की स्थापना करने की मांग को दोहराया है। ध्यान रहे HPSEBL की जून 2021 में हुई 87वीं WTD बैठक में भी अलग से बोर्ड में आईटी विंग बनाने को लेकर मंजूरी बनी थी लेकिन आज तकरीबन 3 साल बाद भी बोर्ड में स्वतंत्र आईटी विंग नहीं बन पाया है । आज फिर से ग्रेजुएट जूनियर इंजीनियर्स एसोसिएशन द्वारा इस मुद्दे को उठाया गया है परंतु इस मुद्दे उठाने के पीछे उनके अपने कारण है आईय जानते हैं ।

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एचपीएसईबीएल में एक अलग आईटी विंग की आवश्यकता:

समय के साथ-साथ बेहतर पारदर्शिता के हिमाचल विद्युत बोर्ड की सभी सेवाओं धीरे-धीरे ऑनलाइन किया जा चुका है और भविष्य में कई आईटी प्रोजेक्ट का कार्यान्वयन होना है बाकी है इसलिए सभी आईटी सेवाओं के बेहतर प्रबंधन के के लिय बोर्ड संगठन में अलग से आईटी विंग की स्थापना की आवश्यकता है जिसकी मंजूरी जून 2021 में हुई 87वीं WTD बैठक में की गयी थी । एक स्वतंत्र आईटी विंग, एचपीएसईबीएल की परिचालन दक्षता में सुधार के लिए आवश्यक है।

एचपीएसईबीएल में आईटी पदों की वर्तमान संख्या:

  • एचपीएसईबीएल के आर एंड पी नियमों के अनुसार, जूनियर इंजीनियर (आईटी) के पद पर सीधी भर्ती के लिए 50 पद स्वीकृत हैं।
  • इसके अलावा, सहायक अभियन्ता (आईटी) के पद पर सीधी भर्ती के लिए 10 पद विद्युत पदों के खिलाफ निर्धारित हैं ।

आईटी पदों के आवंटन में विसंगतियाँ:

सहायक अभियन्ता (आईटी) के लगभग 31 अतिरिक्त पद पहले ही भरे जा चुके हैं। परंतु इन पदों के लिए कोई स्पष्ट पदानुक्रम या सही विभाजन नहीं किया गया है ।

परिचालन चुनौतियाँ:

2013 में बोर्ड में 83 कम्प्युटर ऑपरेटर की नियुक्ति हुई थी जो आईटी पृष्ट भूमि के पद हैं लेकिन आज तक विभाग में उनके सही से भूमिकाएँ और जिम्मेदारी परिभाषित नहीं है । एचपीएसईबीएल के वित्तीय स्वास्थ्य में सुधार के लिए उनके कर्तव्यों की स्पष्ट परिभाषा और संगठनात्मक संरचना में एकीकरण महत्वपूर्ण है ।

विद्युत जूनियर इंजीनियरों पर कार्यभार का बोझ

  • विद्युत जूनियर इंजीनियर वर्तमान में अपनी क्षेत्रीय जिम्मेदारियों के अलावा SAP(IT) गतिविधियों के साथ अत्यधिक कार्यभार में हैं।
  • इस अत्यधिक कार्यभार के कारण क्षेत्र में दुर्घटनाओं में वृद्धि हुई है, जिससे जूनियर इंजीनियरों पर जिम्मेदारी आ रही है।

आईटी इंजीनियर पदों की कमी

वरिष्ठ अधिशाषी अभियंता स्तर पर आज भी बोर्ड में आईटी इंजीनियरों के लिए कोई स्वीकृत पद नहीं है। विद्युत उपमंडल और मंडल स्तर पर विद्युत पदों के खिलाफ आईटी इंजीनियरों की तैनाती की जाती है विद्युत इंजीनियरों में असंतोष है।

निष्कर्ष

ग्रेजुएट जूनियर इंजीनियर्स एसोसिएशन के महासचिव की स्वतंत्र आईटी विंग की एचपीएसईबीएल के भीतर स्थापना की अपील आज की तत्काल अवश्यकता को दर्शाती है। बोर्ड में अलग आईटी विंग की स्थापना से परिचालन दक्षता में सुधार होगा और मौजूदा जूनियर विद्युत इंजीनियर के काम का बोझ भी कम होगा ।

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