अगर आप बिजली की बचत (Electricity Saving) जल्द से जल्द शुरू करना चाहते हैं तो आप अपने सभी पुराने पारंपरिक बल्बों को LED बल्ब से बदल दें । पारंपरिक बल्ब आप सबने देखें ही है वह दिखने में पारदर्शी होते है और जलने पर बहुत गरम हो जाते हैं। पुराने गरम होने वाले बल्ब सिर्फ 5% ऊर्जा को ही प्रकाश में बदल पाने में सक्षम होते हैं , इनमें 95% ऊर्जा गर्मी में परिवर्तित होने की वजह से व्यर्थ हो जाती है । जबकि LED बल्ब तकरीबन 90% ऊर्जा को प्रकाश में बदलने में सक्षम होते है जिससे ऊर्जा/बिजली की बरबादी कम होती है जिससे आपको अपना बिजली का बिल कम करने में मदद मिलेगी ।
आइये हम तथ्यों सहित और जानते हैं की क्यो हमे आज की समय में LED बल्ब का उपयोग करना चाहिए
एलईडी (LED) बल्बों की ऊर्जा-बचत (Electricity Saving) क्षमता से संबंधित कुछ बहुत ही रोचक तथ्य और आँकड़े
- क्या आप जानते हैं LED बल्ब पारंपरिक बल्ब के मुक़ाबले 90% कम विद्युत का प्रयोग करते हैं ।
- पारंपरिक बल्ब का जीवनकाल सिर्फ 1000 घंटों का माना जाता है जबकि LED बल्ब का जीवनकाल 25,000 घंटों का माना जाता है।
- LED बल्ब में किसी भी प्रकार के हानिकारक रसायनों का प्रयोग नहीं होता जैसा की CFL बल्ब में होता है ।
- Science Direct की रिपोर्ट के अनुसार अगर भारत के सभी बल्बों को LED बल्बों से बदल दिया जाए तो कम से कम हर साल 400 करोड़ रुपेय की बिजली की बचत होगी ।
- तकनीकी दृष्ठि से LED बल्ब बहुत ही उन्नत है । जैसे की बहुत से एलईडी बल्ब को मोबाइल एप से कंट्रोल किया जा सकता है ।
अत: पारंपरिक बिजली को बल्बों को LED बल्बों से बदल कर न केवल अपने बिजली के बिल को कम किया जा सकता है अपितु पर्यावरण-अनुकूल जीवन शैली अपनाने में योगदान करने का एक सरल और प्रभावी तरीका है।
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